100+Gangster Shayari In Hindi

गैंगस्टर शायरी हिंदी में:

“Gangster Shayari”, उर्दू और हिंदी कविता की एक मनोरम उपशैली, अपराध, विद्रोह और सड़कों के कच्चे, किरकिरा जीवन की दुनिया से प्रेरणा लेती है। ये छंद गैंगस्टरों, डाकूओं और समाज के हाशिए पर रहने वाले लोगों के मानस में गहराई से उतरते हैं, जो छाया में मौजूद दुनिया की एक दिलचस्प झलक प्रदान करते हैं। इस लेख में, हम “Gangster Shayari” के अनूठे दायरे, इसके आकर्षण और कुछ मनोरंजक छंदों का पता लगाएंगे जो इन पात्रों के जटिल और रहस्यमय व्यक्तित्व को उजागर करते हैं।
“Gangster Shayari” की विशेषता इसके गहरे और गहन विषय हैं, जो अक्सर अवज्ञा, विद्रोह और सत्ता की खोज पर केंद्रित होते हैं। ये छंद उन व्यक्तियों के जीवन से प्रेरणा लेते हैं जो सामाजिक मानदंडों को चुनौती देते हैं और अपनी शर्तों पर जीवन जीते हैं, भले ही इसके लिए उन्हें अपराध की सीमा पार करनी पड़े। “Gangster Shayari in hindi “ एक विचारोत्तेजक और शक्तिशाली काव्यात्मक रूप बनाने के लिए सड़क संस्कृति, अपराध और कच्ची भावनाओं के तत्वों को जोड़ती है।

gangster attitude shayari in hindi

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हथियार तो हम सिर्फ शौक के लिए रखते हैं,
वरना खौफ पैदा करने के लिए तो
बस हमारा नाम ही काफी है

हथियार तो हम सिर्फ शौक के लिए रखते हैं,

वरना खौफ पैदा करने के लिए तो बस हमारा नाम ही काफी है।

अगर बात भाइयों पर आए ना,

तो शहर का श्मशान बना देंगे।

gangster attitude shayari in hindi

gangster attitude shayari in hindi
gangster attitude shayari in hindi

हर किसी के हाथ में बिक जाने को हम तैयार नहीं,

ये हमारा दिल है तेरे शहर का अख़बार नहीं।

मेरी बदमाशी मेरी निशानी है,

आओ कभी हवेली पे अगर कोई परेशानी है।

हसाले धूल उड़ा नहीं सकते और

हमें उड़ाने की बात करते हैं।

गैंगस्टर शायरी hindi

गैंगस्टर शायरी hindi
गैंगस्टर शायरी hindi

झुण्ड की जरूरत तो कमजोरो को पड़ती है

तबाही मचाने के लिए तो मुझ जैसा एक शेर ही काफी है।

न ही तो गाडी है न ही तो बुलेट और न ही कोई हथियार है,

सीने में मेरा जिगरा और दुसरे मेरे जिगरी यार है।

अपना भला कौन क्या बिगाड़ेेगा,

अपनी तो किस्मत उसने लिखी है,

जिसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।

गैंगस्टर शायरी 007 Attitude

गैंगस्टर शायरी 007 Attitude
गैंगस्टर शायरी 007 Attitude

गली के कुत्ते पहले भोकते हैं फिर काटने लगते हैं

अगर कुछ काम होगा तो चाटने लगते हैं।

हम क्यो डरे किसी से,

हम तो पैदा ही शेरो की बस्तीमे हुए है।

खेल ख़ामोशी का है

खतरनाक तो होगा ही।

गैंगस्टर शायरी 302 english

गैंगस्टर शायरी 302 english
गैंगस्टर शायरी 302 english

साला मै कब का यमनगरी जाने को बेचैन हूँ

लेकिन यमराज कहते है,

तू आने के लिये नही भेजने के लिये पैदा हुआ है।

बदमाशी छोड़ दी हमने दुश्मन जानते हैं,

अभी भी खौफ देख हमें बाप मानते हैं।

कुछ सही तो कुछ खराब कहते है

लोग हमे बिगड़ा हुआ नवाब नवाब है।

गैंगस्टर शायरी Hindi

गैंगस्टर शायरी Hindi
गैंगस्टर शायरी Hindi

जला दो इस शहर को मुझे ठंड लग रही है

साला नफरत ज्यादा, मोहब्बत कम लग रही है।

जब तक सान्त हु सोर करलो, क्यू की,

जब मेरी बारी आयेगी आवाज़ भी नही निकाल पाओगे।

आग लगा देंगे उस महफिल में,

जहां बगावत हमारे खिलाफ होगी।

बदमाशी गैंगस्टर शायरी

बदमाशी गैंगस्टर शायरी
बदमाशी गैंगस्टर शायरी

जब भी कोई हमे कील की तरह चुभने लगते है,

उसे हम हथौड़ी बनकर ठोक दिया करते हैं।

खून में शामिल हे नवाबी मेरे,

मैं किसी हसीना का गुलाम नही हो सकता।

हथियार की जरूरत नहीं पड़ेगी साहब,

बस महाकाल बोलते ही स्वाह हो जायेगा।

➡सुधरी😈 हे तो 👆 बस 👉मेरी😉 आदते 🔫 वरना 🔜😈मेरे शौक🔪 वो तो 😎आज😏 भी तेरी 👉👩 औकात से ऊँचे🔝 हैं

➡सुधरी😈 हे तो 👆 बस 👉मेरी😉 आदते 🔫 वरना 🔜😈मेरे शौक🔪 वो तो 😎आज😏 भी तेरी 👉👩 औकात से ऊँचे🔝 हैं
➡सुधरी😈 हे तो 👆 बस 👉मेरी😉 आदते 🔫 वरना 🔜😈मेरे शौक🔪 वो तो 😎आज😏 भी तेरी 👉👩 औकात से ऊँचे🔝 हैं

जब ज़िन्दगी तुम्हे दुबारा मौका दे तो,

पुरानी गलतियों को दोहराने की गलती कभी मत करना।

लायक नहीं हु मैं नालायक हु मैं

तेरे जैसे भड़वे के लिए खलनायक हु मैं।

मुझ में कोई अच्छाई है ही नहीं,

मुझे जो बुरा खाता है, मान लेता हूं।

गैंगस्टर शायरी २ लाइन

गैंगस्टर शायरी २ लाइन
गैंगस्टर शायरी २ लाइन

अकेला रहता हूँ नवाब की तरह,

झुंड में रहकर कुत्ता बनने की आदत नहीं।

दोस्तों के दिलो में,

और दुश्मनो की खोपड़ी में रहना आदत हे हमारी।

मेरी हिम्मत को परखने की गुस्ताखी न करना,

पहले भी कई तूफानों का रुख मोड़ चुका हूँ।

गैंगस्टर शायरी Hindi

गैंगस्टर शायरी Hindi
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इस जमाने मे दो ही चीजो की कीमत ज्यादा है,

एक जमीनों की दूसरी हम जैसे कमीनो की।

सिरफिरा लड़का हूँ मैं,

ज़रुरत पड़ने पर हर किसी से भिड़ सकता हूँ।

हुक़ूमत दूसरों के दम पर तो कोई भी कर ले,

जो अपने दम पर छा जाये वो हम है।

जिन तूफानों में लोगो के झोपड़े उड़ जाते है,

उन तूफानों में तो हम कपड़े सुखाते हैं।

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